मोहब्बत जब अधूरी रह जाती है, तो दर्द बनकर हमेशा दिल में बस जाती है। ये दर्द भरी शायरी (Dard Bhari Shayari) उन सभी लोगों के लिए है जो किसी की बेवफाई या जुदाई के गम में हैं। इस शायरी में दर्द, तन्हाई, बेवफाई और दिल की तड़प को बयां किया गया है। अगर आप भी दर्द में है तो निचे लिखी गयी दर्द भरी शायरी (Dard Bhari Shayari) को पढ़े क्यूँकि हम आपके साथ हैं।
दर्द भरी शायरी का संग्रह (Collection of Dard Bhari Shayari)
मोहब्बत जब टूटती है, तो इंसान अंदर से बिखर जाता है। ये दर्द भरी शायरी का संग्रह (Collection of Dard Bhari Shayari) उसी दर्द, तन्हाई और बेवफाई को बयां करती है। इस संग्रह में हर प्रकार की दर्द भरी शायरी मिलेंगी, जिसका इस्तेमाल करके आप अपने जज्बातों को सोशल मीडिया या स्टोरी पर लगा कर बयाँ कर सकते है।
तेरी यादों का मौसम अब भी ताज़ा है,
दिल के कोने में कोई सपना अधूरा सा पड़ा है।
हर लफ्ज़ में बसी है तेरी ही बातें,
तेरे बिना ये दुनिया अधूरी सी लगती है।
कभी जो चाहा था तुझे अपनी दुनिया बनाना,
आज तेरे बिना जीने की वजह तलाशते हैं।
तू तो मुसाफिर थी, चली भी गई राहों से,
हम आज भी तेरी यादों के सरगम में खोए रहते हैं।
तेरी हँसी की वो गूंज अब भी सुनाई देती है,
आँखें मूँदते ही तेरी सूरत दिखाई देती है।
क्यों किया था वादा साथ निभाने का,
जब छोड़ ही जाना था हमें तन्हाई में।
रातों को जाग-जाग कर तेरा इंतज़ार करते रहे,
तेरी झूठी कसमों का ऐतबार करते रहे।
तूने जो दर्द दिया, वो अब तक ताज़ा है,
हम हर लम्हा उसी ग़म को जीते रहे।
दिल के टुकड़े कर दिए तुने मुस्कुराकर,
हमने अपने आँसू छुपा लिए हंसकर।
अब शिकवा भी करें तो किससे करें,
अपनों से मिले जख्मों की दवा कहाँ मिलती है।
तेरी खुशबू अब भी मेरे कमरे में बसी है,
तेरी यादें मेरी धड़कनों में धड़कती हैं।
काश तेरा दिल भी कभी यूँ तड़पा होता,
जैसे मेरा दिल हर रोज़ तड़पता है।
बेवफ़ाई का इल्ज़ाम अब तुझ पर क्या लगाएँ,
हमने तो तुझे खुदा मानकर इश्क़ किया था।
तू ही बता, क्या गुज़री होगी हम पर,
जब तूने कहा कि अब हमें भूल जाना।
रातों को जाग-जाग कर लिखते रहे तेरा नाम,
तेरी तस्वीर से करते रहे गुफ़्तगू हर शाम।
मगर तेरा दिल ना पिघला हमारे हालातों पर,
बस हमें बर्बाद कर दिया अपने ख्यालों में।
अब तेरा नाम भी जुबां पर नहीं लाते,
तेरी यादों को अश्कों में बहा आते हैं।
पर ये दिल भी कितना मासूम है,
हर धड़कन में तेरा ही नाम गुनगुनाता है।
अब इश्क़ से तौबा कर ली है हमने,
किसी से भी दिल ना लगाने की कसम खाई है।
पर अफ़सोस! तेरा साया अब भी हमारे साथ है,
तेरी मोहब्बत की सजा हम आज भी भुगत रहे हैं।
जब तन्हाई दस्तक देती है,
तेरी यादें दिल को रुला जाती हैं।
हर आहट पर लगता है तू आई होगी,
मगर सन्नाटों में सिर्फ़ सिसकियाँ रह जाती हैं।
हमने चाहा तुझे अपने खुदा से भी ज्यादा,
तूने हमें तन्हाई की आग में झोंक दिया।
अब ना कोई अपना है, ना पराया,
बस दर्द ही हमारा साथी बन गया।
कभी सोचेंगे तू भी, जब हम ना रहेंगे,
तेरी गलियों से जब हम गुजरते ना रहेंगे।
तब शायद तुझे अहसास होगा,
कैसे टूटे थे हम तेरी जुदाई में।
वो जो वादे किए थे, सब झूठे निकले,
तेरी मोहब्बत के किस्से अधूरे निकले।
हमने सोचा था तेरा साथ उम्रभर रहेगा,
पर तू तो हमें राहों में ही छोड़ गई।
तेरी बेवफाई ने हमें मार दिया,
जिंदा तो हैं, पर ज़िंदगी से हार गए।
अब किसी से इश्क़ करने की हिम्मत नहीं,
क्योंकि मोहब्बत के नाम से भी डर लगता है।
तू किसी और की बाहों में खो गई,
और हम तुझे पाने की ख्वाहिश में रो गए।
जिसे अपना समझा था इस दिल ने,
वो हमें तन्हा छोड़ गई एक मोड़ पे।
तूने भी देखा होगा वो मंजर,
जब मेरा चेहरा उतरा हुआ था।
तेरे लफ्जों ने तोड़ दिया था मुझे,
जब तेरा लहजा बदला हुआ था।
अब भी तेरी यादों का साया है,
हर राह में तेरा ही नाम आया है।
सोचा था भूल जाएंगे तुझे एक दिन,
पर यह दिल भी कितना बेवफा निकला।
हर रात तेरी यादों से मुलाकात होती है,
आँखें बंद करते ही बात होती है।
दिल तड़पता है तुझे पुकारने को,
पर अब तेरा नाम लेना भी गुनाह होता है।
तेरी हँसी थी कभी मेरे सुकून की वजह,
अब वही हँसी मेरी बर्बादी का किस्सा है।
काश! मोहब्बत में दर्द ना होता,
तो शायद आज भी हम साथ होते।
दर्द भरी ग़ज़ल शायरी हिंदी में (Ghazal Dard Bhari Shayari in Hindi)
तेरा जाना ही शायद मेरी तक़दीर थी,
तेरी यादें ही अब मेरी जागीर हैं।
लोग पूछते हैं मुझसे उदासी की वजह,
पर क्या बताऊँ कि दर्द ही अब मेरी तक़दीर है।
दिल लगाया था हमने किसी बेवफा से,
जो प्यार के नाम पर सिर्फ धोखा देते हैं।
हमने समझा था उसे अपनी तक़दीर,
पर वो हमें अधूरे ख्वाब दे गई।
कसमों का कोई मोल ना था उसके लिए,
वो बस मोहब्बत का नाम लेती रही।
आज भी याद आती हैं उसकी बातें,
जिन्होंने मुझे अंदर से तोड़ दिया।
बेवफाई का इल्ज़ाम किसे दूँ,
खुद ही तो चुना था उसे अपना।
पर अफ़सोस, हमने दिल को उसके हाथों में दिया,
और उसने उसे एक खिलौना समझकर तोड़ दिया।
अब तो मोहब्बत का नाम भी नहीं लेते,
जिसे चाहा था, उसने ही दिल तोड़ दिया।
तेरे बाद किसी से दिल लगाने की चाह नहीं,
अब मोहब्बत से ही डर लगने लगा है।
कभी जो हमारे लिए दुनिया थी,
आज वो किसी और के ख्वाब देखती है।
हम आज भी उसी मोड़ पर खड़े हैं,
जहाँ तूने हमें छोड़ दिया था।
लोग पूछते हैं, क्यों तन्हा बैठे हो,
क्या बताएं, किससे अपना दर्द कहें?
जिसे सुनाना था, वो ही छोड़कर चली गई,
अब दर्द से ही दोस्ती कर ली है।
अब तो दर्द से भी रिश्ता गहरा हो गया,
तेरी बेवफाई ने हमें बदल दिया।
पहले जो हँसते थे बेपरवाह,
अब हर बात पर उदास रहते हैं।
तेरी यादों का दिया अब भी जलता है,
हर शाम तेरा ख्याल आता है।
लोग कहते हैं कि भूल जा उसे,
पर कोई इनसे पूछे कि दिल को कैसे समझाएं?
तेरी बेरुखी ने सब बदल दिया,
जो दिल तेरा था, अब वो पत्थर बन गया।
अब कोई प्यार की बात भी करता है,
तो मोहब्बत से नफरत सी हो जाती है।
दर्द भरी शायरी हिंदी में पत्नी के लिए (Dard Bhari Shayari in Hindi for Wife)
दिल में जो आग लगी थी,
अब राख बनकर बिखर गई।
जिसे अपनी दुनिया बनाया था,
वो हमें दुनिया के सामने शर्मिंदा कर गई।
तेरी कसमों का क्या हुआ?
वो जो कहा था, “हमेशा साथ रहेंगे,”
आज तू किसी और के साथ खड़ी है,
और मैं तेरा नाम भी नहीं ले सकता।
मोहब्बत में जीत नहीं मिली हमें,
हर कदम पर हारते रहे।
पर अफ़सोस, तेरा प्यार पाने के लिए,
हमने खुद को ही खो दिया।
तेरी यादों का मौसम अब भी वही है,
सिर्फ मेरा दिल अब तन्हा रह गया है।
तेरी हँसी की गूंज अब भी सुनाई देती है,
पर अब मेरी दुनिया में सिर्फ खामोशी है।
तूने तो कह दिया कि भूल जाओ मुझे,
पर ये दिल कैसे माने, जो सिर्फ तेरा है।
हर रोज़ तेरी तस्वीर से बातें करते हैं,
पर तेरा जवाब कभी नहीं आता।
काश! तुझे भी मेरी कमी महसूस होती,
जैसे मुझे हर पल तेरी कमी खलती है।
पर तेरा दिल शायद पत्थर का था,
जो हमारी तड़प को समझ ही ना पाया।
अब तेरे शहर में कदम भी नहीं रखते,
जहाँ हमारी यादें बसी थीं।
जो रास्ते कभी हमारे थे,
अब अजनबी लगते हैं।
हमने सोचा था, तू लौट आएगी,
पर ये भी हमारा एक वहम निकला।
अब भी तेरी तलाश में रहते हैं,
पर अब किसी मोड़ पर तेरा इंतजार नहीं।
बिछड़ना ही शायद हमारी तक़दीर थी,
हमारी मोहब्बत ही अधूरी लिखी गई थी।
अब किसी से भी दिल लगाने की चाह नहीं,
क्योंकि अब खुद से भी मोहब्बत नहीं होती।
जब कोई अपना हमें छोड़ जाता है,
तो सिर्फ उसकी यादें रह जाती हैं।
दिल तड़पता है उसे पुकारने को,
पर उसकी आवाज़ सुनाई नहीं देती।
बेवफा दर्द भरी शायरी (Bewafa Dard Bhari Shayari in Hindi)
हमने तो चाहा था उम्रभर का साथ,
पर उसे सिर्फ कुछ पलों का रिश्ता चाहिए था।
वो हमें हँसाकर किसी और का हो गया,
और हम रोते-रोते भी उसके ही रहे।
अब मोहब्बत से डर लगता है,
हर रिश्ता झूठा सा लगता है।
किससे कहें अपने दिल की बात,
जब अपना ही दिल अब हमारा नहीं रहा।
अगर कभी मेरी याद आए,
तो मेरी शायरी पढ़ लेना।
मैंने हर लफ्ज़ में तेरा ही नाम लिखा है,
जो शायद तुझे फिर से एहसास दिला दे।
तूने हमें भुला दिया,
पर हम आज भी तुझे उसी तरह याद करते हैं।
तेरी मोहब्बत की किताब हमने बंद कर दी,
पर उसके पन्ने अब भी दिल में रखे हैं।
अब किसी से कोई शिकायत नहीं,
जो था, वो अब खत्म हो गया।
तेरी खुशी के लिए तुझे भुला दिया,
पर खुद को भी कहीं खो दिया।
एक लाइन में दर्द भरी शायरी (Dard Bhari Shayari 1 line)
कभी-कभी ज़िंदगी हमें ऐसे मोड़ पर लाकर खड़ा कर देती है, जहाँ दर्द और अकेलापन हमारा साथी बन जाते हैं। ऐसे समय में हमें अपने दिल की भावनाओं को शब्दों में बयां करने की जरूरत होती है। ये एक लाइन की दर्द भरी शायरी आपके दुख, दर्द, तन्हाई और ग़म को बयां करने में मदद करेंगे।
• ज़िंदगी में खुशी और ग़म दोनों आते हैं, लेकिन दर्द सबसे ज्यादा याद रहता है!
• हर इंसान के पीछे एक अधूरी कहानी होती है!
• दुनिया दिखावे की हो गई है, यहां सच्चे लोग अकेले रह जाते हैं!
• हर हंसता हुआ चेहरा खुश नहीं होता!
• ज़िंदगी का सबसे बड़ा सच यही है कि यहां कोई किसी का नहीं होता!
• जो लोग दर्द सहते हैं, वही सबसे ज्यादा समझदार होते हैं!
• कभी-कभी सब कुछ सही होकर भी जिंदगी अधूरी लगती है!
• हर इंसान की मुस्कान के पीछे एक दर्द छुपा होता है!
• अगर इंसान को तकलीफ न मिले, तो उसे ज़िंदगी की असली कीमत समझ नहीं आती!
• ज़िंदगी में अगर दर्द नहीं होता, तो शायद हम खुशियों की कीमत भी नहीं समझ पाते!
निष्कर्ष: Conclusion of Dard Bhari Shayari
दर्द भरी शायरी (Dard Bhari Shayari) सिर्फ शब्दों का खेल नहीं, बल्कि भावनाओं की गहराई में डूबी एक अद्भुत अभिव्यक्ति है। यह दिल के जख्मों को आवाज़ देती है, उन अहसासों को शब्दों में पिरोती है जो अक्सर अनकहे रह जाते हैं। प्रेम, विरह, तन्हाई और बेबसी के एहसास को संजोए ये शायरी दिल को छू लेने वाली होती है।
संवेदनाओं से भरी यह शायरी (Dard Bhari Shayari) न केवल हमारे दर्द को बयां करती है, बल्कि उसे साझा करने का भी एक जरिया बनती है। यह हमें अहसास दिलाती है कि हम अपनी भावनाओं में अकेले नहीं हैं—किसी न किसी ने इन्हीं जज्बातों को महसूस किया है और उन्हें शायरी के रूप में अमर कर दिया है।
अंततः, दर्द भरी शायरी (Dard Bhari Shayari) एक ऐसी कला है, जो दर्द को शब्दों की स्याही से अमर बना देती है। यह न सिर्फ दिल को हल्का करती है, बल्कि जीवन के गहरे पहलुओं को समझने और महसूस करने का एक माध्यम भी बनती है।
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